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सिर्फ़ एक समर्पित मन ही कष्टों से मुक्त रहता है || आचार्य प्रशान्त (2017)

2019-11-26 0 Dailymotion

वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
१७ जनवरी, २०१६
रमण महर्षि केंद्र, दिल्ली

प्रसंग:
सिर्फ़ एक समर्पित मन ही कष्टों से मुक्त रहता है इसका क्या आशय है?
समर्पित मन का सही अर्थ क्या है?
समर्पित मन और संस्कारित मन में क्या अंतर है?
मन को समर्पित मन कैसे बनाये?
मन समर्पित होने से क्यों भागता है?

संगीत: मिलिंद दाते